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			 आचार्य श्रीराम शर्मा >> पातंजलि योग का तत्त्वदर्शन पातंजलि योग का तत्त्वदर्शनश्रीराम शर्मा आचार्य
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पातंजलि योग का तत्त्वदर्शन....
आमतौर से इस साधना का क्रिया पक्ष ही पढ़ा-समझा जाता है। उसेक पीछे जुड़ा हुआ भाव पक्ष उपेक्षित कर दिया जाता है, यह ऐसा ही है जैसे प्राणरहित शरीर का निरर्थक होना। इस पुस्तक में पातंजलि राजयोग के सभी पक्षों पर तात्विक प्रकाश डाला गया है ताकि उसके सर्वांगपूर्ण स्वरूप से अवगत हुआ जा सके।
						
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